DO-EK Pal
पढ़ने से पहले खुद के दिल को याद करो
खुद की मोहोबत को याद करो
उसके बाद सोचो इसमें जो लिखा हैं वो सच है या झूठ
दो पल
दो पल से दो लम्हें होते हैं
दो लम्हों से दो वक़्त
दो वक़्त में दो ख्वाइशें होती हैं
दो ख्वाइशों में दो ख़्याल
दो ख्याल से दो अलफ़ाज़ होते हैं
दो अल्फाज़ो से दो नग्में
दो नग्मों में दो सांसें होती हैं
दो साँसों में दो चाहत
दो चाहतो से दो धड़कन होती हैं
दो धड़कन से दो दिल
दो दिल से दो रूह होती हैं
दो रूह से एक मोहोबत।।।।।।
एक मोहोबत की एक रूह होती हैं
एक रूह का एक दिल
एक दिल में एक धड़कन होती है
एक धड़कन में एक चाहत
एक चाहत की एक सांस होती है
एक सांस का एक नगमा
एक नग्में में एक अलफ़ाज़ होता हैं
एक अलफ़ाज़ में एक ख्याल
एक ख्याल की एक खवाइश होती है
एक खवाइश का एक वक़्त
एक वक़्त में एक लम्हा होता हैं
एक लम्हें में एक पल
एक पल
बस यही एक पल जिसका इंतज़ार हर मोहोबत करती हैं
फिर इस एक पल से दूसरा पल मिलता हैं
और फिरसे
दो पल.........
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खुद की मोहोबत को याद करो
उसके बाद सोचो इसमें जो लिखा हैं वो सच है या झूठ
दो पल
दो पल से दो लम्हें होते हैं
दो लम्हों से दो वक़्त
दो वक़्त में दो ख्वाइशें होती हैं
दो ख्वाइशों में दो ख़्याल
दो ख्याल से दो अलफ़ाज़ होते हैं
दो अल्फाज़ो से दो नग्में
दो नग्मों में दो सांसें होती हैं
दो साँसों में दो चाहत
दो चाहतो से दो धड़कन होती हैं
दो धड़कन से दो दिल
दो दिल से दो रूह होती हैं
दो रूह से एक मोहोबत।।।।।।
एक मोहोबत की एक रूह होती हैं
एक रूह का एक दिल
एक दिल में एक धड़कन होती है
एक धड़कन में एक चाहत
एक चाहत की एक सांस होती है
एक सांस का एक नगमा
एक नग्में में एक अलफ़ाज़ होता हैं
एक अलफ़ाज़ में एक ख्याल
एक ख्याल की एक खवाइश होती है
एक खवाइश का एक वक़्त
एक वक़्त में एक लम्हा होता हैं
एक लम्हें में एक पल
एक पल
बस यही एक पल जिसका इंतज़ार हर मोहोबत करती हैं
फिर इस एक पल से दूसरा पल मिलता हैं
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